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14 Apr 2025, Mon

बुज़ुर्गों के स्वास्थ्य के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं? लाखों का इलाज बिल्कुल मुफ्त

senior citizens

National Health Policy for Old People: हम सभी के घरों में बुज़ुर्ग हैं। हम सभी धीरे-धीरे अपने मां-पिता को बुढ़ा होता देख रहे हैं। कष्ट होता है कि जिन्हें कल तक हम अपना superdad और supermom समझते थे आज वो शारीरिक रूप से कमज़ोर होते जा रहे हैं। और तो और एक समय आएगा जब हम भी बुज़ुर्ग होंगे यदि एक आम लम्बा जीवन जी पाए तो।

आंकड़े क्या बताते हैं?

Demographic profile कहता है कि वर्ष 2000 से 2050 के बीच भारत की पूरी जनसंख्या जहां लगभग 55% तक बढ़ेगी तो वहीं भारत की जनसंख्या में 60 वर्ष और अधिक की उम्र वाले लोगों की जनसंख्या 326% तक बढ़ेगी और तो और 80 वर्ष और अधिक आयु के नागरिकों की जनसंख्या लगभग 700% तक बढ़ जाएगी।

ये जो डेटा मैंने प्रस्तुत किया इसका स्रोत है World Population Ageing 1950-2050: Department of Economic and Social Affairs: Population Division; United Nations; New York 2002.

National Policy on Senior Citizen

ज़ाहिर सी बात है कि जब बुज़ुर्गों की जनसंख्या इतनी अधिक बढ़ने वाली है तो तैयारी भी होनी चाहिए। इसके लिए भारत सरकार लेकर आई 1999 में National Policy on Senior Citizen. 1999 ही वो वर्ष है जिसे International Year of Older Persons के तौर पर याद किया जाता है।

उद्देश्य क्या है इस policy का?

यह policy वृद्धजनों को financial और food security, स्वास्थ्य देखभाल, आश्रय और अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए राज्य के समर्थन की परिकल्पना करती है। इसके तहत वृद्धजनों को विकास में समान भागीदारी, शोषण और दुर्व्यवहार से सुरक्षा, और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाती है।

INTEGRATED PROGRAMME FOR SENIOR CITIZENS (IPSRC)

इस Policy के अंतर्गत MINISTRY OF SOCIAL JUSTICE AND EMPOWERMENT एक CENTRAL SECTOR SCHEME लेकर आई जिसे कहते हैं INTEGRATED PROGRAMME FOR SENIOR CITIZENS (IPSRC)। वरिष्ठ नागरिकों, विशेष रूप से निर्धन वरिष्ठ नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए आश्रय, भोजन, चिकित्सा देखभाल और मनोरंजन के अवसर जैसी बुनियादी सुविधाएँ प्रदान करके तथा उत्पादक और सक्रिय बुढ़ापे को प्रोत्साहित करके आवासों की स्थापना करना इस programme का उद्देश्य है।

राष्ट्रीय वयोश्री योजना (RVY)

यह योजना BPL श्रेणी से संबंधित वरिष्ठ नागरिकों या प्रतिमाह 15000 रुपए से कम आय वाले एवं कम दृष्टि, श्रवण अक्षमता, दाँतों की हानि तथा लोकोमोटर विकलांगता जैसी उम्र से संबंधित अक्षमताओं से पीड़ित लोगों को सहायता और सहायक जीवन उपकरण प्रदान करती है।

एल्डरलाइन (Elderline):

वरिष्ठ नागरिकों के लिये राष्ट्रीय हेल्पलाइन (14567)-एल्डरलाइन को वर्ष 2021 में वृद्ध जनों  की शिकायतों को दूर करने के लिये मंत्रालय द्वारा स्थापित किया गया है।

इस संबंध में देश भर में हेल्पलाइन शुरू की गई है और वरिष्ठ नागरिकों को एक टोल-फ्री नंबर के माध्यम से सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं।

सीनियरकेयर एजिंग ग्रोथ इंजन (SAGE):

यह वृद्ध जनों के कल्याण हेतु उत्पादों, प्रक्रियाओं और सेवाओं को विकसित करने के लिये नवीन स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने हेतु वर्ष 2021 में शुरू की गई एक पहल है।

इस पहल के तहत स्टार्टअप की पहचान की जाती है और यह सुनिश्चित करते हुए प्रति परियोजना 1 करोड़ रुपए तक की इक्विटी सहायता प्रदान की जाती है कि स्टार्टअप में कुल सरकारी इक्विटी 49% से अधिक न हो।

अटल वयो अभ्युदय योजना:

मंत्रालय ने अटल वयो अभ्युदय योजना के तहत generation gap कम करने और सम्बंधों को मजबूत करने के लिए स्कूल/कॉलेज के छात्रों के साथ जागरूकता कार्यक्रमों को भी शामिल किया है।

इसका उद्देश्य उम्र बढ़ने की प्रक्रिया की बेहतर समझ के लिये व्यक्तियों, परिवारों और समूहों को सूचना तथा शैक्षिक सामग्री प्रदान करना है।

इसी कड़ी में एक दूसरा अहम मंत्रालय है सरकार का जो senior citizens के स्वास्थ्य के लिए schemes चला रहा है – स्वास्थ्य मंत्रालय।

Primary & Secondary Geriatric Care Services

Primary & Secondary Geriatric Care Services: वर्तमान में सभी 713 Health districts को geriatric primary & secondary care services sanction किया गया है जिसमें OPD, 10 bedded Geriatric Ward, Physiotherapy and laboratory services मौजूद हैं। Geriatric का मतलब होता है बुज़ुर्ग सम्बंधित।

राष्ट्रीय वरिष्ठ जन स्वास्थ्य योजना

राष्ट्रीय वरिष्ठ जन स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत 18 राज्यों के चुनिंदा मेडिकल कॉलेजों में 19 Regional Geriatric Centres tertiary level health services प्रदान करते हैं।

Primary, Secondary, Tertiary ये सब क्या है?

प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा (Primary Health Care):

यह स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का पहला स्तर है, जहाँ आम लोग स्वास्थ्य समस्याओं के लिए सबसे पहले संपर्क करते हैं.

इसमें सामान्यतः डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल होते हैं जो बुनियादी स्वास्थ्य जांच, इलाज और सलाह प्रदान करते हैं.

इसका उद्देश्य बीमारियों को रोकना, स्वास्थ्य को बढ़ावा देना और सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज करना है.

उदाहरण के लिए, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) और उप-केंद्र.

द्वितीयक स्वास्थ्य सेवा (Secondary Health Care):

यह स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का दूसरा स्तर है, जहाँ विशेषज्ञ डॉक्टर और अस्पताल में मरीजों का इलाज किया जाता है.

इसमें सामान्यतः गंभीर बीमारियों और चोटों का इलाज, विशेष जांच और सर्जरी शामिल होते हैं.

उदाहरण के लिए, जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC).

तृतीयक स्वास्थ्य सेवा (Tertiary Health Care):

यह स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का सबसे उच्च स्तर है, जहाँ विशेष और जटिल बीमारियों का इलाज किया जाता है.

इसमें सामान्यतः उन्नत चिकित्सा सुविधाएं, विशेष विभाग और सुपर-स्पेशलिस्ट डॉक्टर शामिल होते हैं.

उदाहरण के लिए, मेडिकल कॉलेज अस्पताल और सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल|

आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना

एक और महत्वपूर्ण योजना है: आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना। इस योजना के अंतर्गत भारत सरकार ने 70 साल या उससे ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को अच्छी मेडिकल सुविधा देने के उद्देश्य से साल 2024 में ही आयुष्मान वय वंदना कार्ड की शुरुआत की थी। इस कार्ड को बनवाने के फायदे हैं कि लाभार्थी देशभर के किसी भी अस्पताल में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करा सकता है। फर्क नहीं पड़ता कि आपकी आय कितनी है। बुजुर्गों को आयुष्मान कार्ड के लाभ के अलावा 5 लाख का टॉप अप वय वंदना कार्ड के जरिए मिलेगा।

वैसे तो हर मंत्रालय वृद्धों के लिए ढेरों योजनाएं चला रहा है लेकिन आज हमने स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के निदान पर अपना ध्यान केंद्रित किया।

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