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16 Apr 2025, Wed

India Energy Week 2025, भारत उर्जा सप्ताह 2025 शुरू हो चुका है। 11 से 14 फरवरी तक चलने वाला ये चार दिवसीय कार्यक्रम हो रहा है यशोभूमि, द्वारका, नई दिल्ली में। ये वर्ष भारत उर्जा सप्ताह कार्यक्रम का तीसरा संस्करण है जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअली किया गया।

क्यों खास है भारत उर्जा सप्ताह?

पहला तो अपने विषय के कारण। और दूसरा इसमें भाग लेने वाले लोगों के कारण जिनमें दुनिया भर के अलग-अलग देशों के मंत्री, उर्जा के क्षेत्र में काम करने वाली दिग्गज कम्पनियों के CEOs और industry leaders होंगे।

प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि अगले कुछ दशक “विकसित भारत” के लिए बहुत महत्वपूर्ण होंगे। अगले पांच सालों में हम कई बड़े milestones cross करेंगे। हमारे बहुत सारे energy goals 2030 तक पूरे हो जाएंगे। हम 500 gigawat renewable energy capacity 2030 तक जोड़ेंगे। साथ ही भारतीय रेल ने 2030 तक नेट जीरो कार्बन एमिशन का लक्ष्य निर्धारित किया है। हमारे लक्ष्य बहुत महत्वाकांक्षी दिख सकते हैं लेकिन पिछले 10 सालों में भारत ने जो achieve किया है वो हमें confidence देता है कि हम इन लक्ष्यों को भी पूरा करेंगे।

India Energy Week के दौरान जितनी भी conferences होंगी उनमें महत्वपूर्ण मुद्दों जैसे energy security, sustainability, नई technologies, और  low-carbon भविष्य की ओर shift पर चर्चा की जाएगी।

एक लाख स्क्वायर मिटर में हो रहा ये कार्यक्रम प्रतिभागियों की संख्या, exhibition space और sessions के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उर्जा समागम है। 70 हज़ार से अधिक delegates के भाग लेने की सम्भावना है।

इस पूरे इवेंट की जो महत्वपूर्ण थीम हैं वो हैं energy security, transition, collaboration, resilience, innovation, और digital advancements। इस दौरान भारत clean cooking मंत्री सभा में Pradhan Mantri Ujjwala Yojana (PMUY) की सफलता और अनुभवों को साझा करेगा।

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि वर्तमान संस्करण पिछले दो संस्करणों के मुकाबले अधिक बड़ा, विविध और प्रभावशाली होगा। Qatar, UK, Russia, Brazil, Tanzania, और Venezuela सहित 20 से अधिक देशों के विदेश मंत्री और उप मंत्री भाग ले रहे हैं इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। साथ ही उर्जा क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के प्रमुख भी भाग ले रहे हैं। जिनमें Organisation of the Petroleum Exporting Countries (OPEC), International Energy Forum (IEF), International Energy Agency (IEA), और Economic Research Institute for Asean and East Asia (ERIA) कुछ नाम हैं।

Honeywell, Petrobras, Technip Energies, ADNOC, Baker Hughes, and Vitol समेत Fortune 500 energy companies के करीब 90 CEOs भाग ले रहे हैं। तो ये रहा पूरे कार्यक्रम का ब्यौरा। आपको पूरे कार्यक्रम का कौन सा पहलू आकर्षक लगा हमें कमेंट करके अवश्य बताएं।

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